मुद्रा द्वारा स्वस्थ्य लाभ --- पृथ्वी मुद्रा
आज हम मुद्रा के बारे में बात करेंगे। मुद्रा हाथ की अँगुलियों को अंगूठे के साथ बिशेष प्रकार से मिलाने से बनती हैं। मुद्रा योगिक विधि है और बहुत ही सरल है। मुद्राओं से हम आसानी से सामान्य व गंभीर बिमारिओं से छुटकारा पा सकते हैँ।
विशेष :-
हाथ में एक अंगूठा और 4 अन्य उंगलिआं होती हैँ।
1. अंगूठे के साथ वाली उंगली को तर्जनी कहते हैँ।
2. तर्जनी के साथ वाली उंगली को मध्यमा कहते हैँ।
3. मध्यमा के साथ वाली
1. पृथ्वी मुद्रा से शारीरिक कमजोरी दूर होती है।
2. इससे तेज का प्रवाह बढ़ता है
3. इससे शरीर का वज़न बढ़ता है
4.शरीर मैं सूक्ष्म तत्वों की कमी को पूरी करता है ।
5. इस मुद्रा से संकीर्णता मिटती है।
6 हृदय मैं उदारता आती है।
7 इससे अध्यात्म में वृद्धि होती है।
Physical, Mental and Spiritual Health with Fingers Postures
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
अरुणा योगमयी (M.D. Acu)
अरुणा योगमयी (M.D. Acu)
Email: healthyindia.yeswecan@gmail.com
also at Whatsapp and Hike
at Mob: +91 8950241438
at Mob: +91 8950241438
No comments:
Post a Comment